पौधा हमारे शरीर के पांच तत्वों को कंट्रोल करता है – पंचराम भाई रेंजर
हमें धीरे-धीरे प्लास्टिक को अपने जीवन से दूर रखने का प्रयास करना है और स्वच्छ एवं सुंदर पर्यावरण बनाना है
टोमन लाल सिन्हा
धमतरी/मगरलोड – प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र मगरलोड में विश्व पर्यावरण दिवस समारोह आयोजित किया गया जिसमें अतिथि के रूप में वन परिक्षेत्र उत्तर सिंगपुर मोहदी विकासखंड मगरलोड से पंचराम भाई रेंजर , सुश्री रेणुका कुरैटी प्रशिक्षु रेंजर , प्रेमलाल लहरे डिप्टी रेंजर ,कु. छाया ध्रुव एवं प्रभु लाल कंवर बीट गार्ड उपस्थित रहे । इस अवसर पर अतिथियों द्वारा एवं सेवा केंद्र संचालिका राज योगिनी अखिलेश दीदी के करकमलों से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भ्राता पंचराम रेंजर ने कहा कि जब कहीं कुछ कमी होती है तब उसमें सुधार ,संशोधन कर उन्हें ठीक करने , संतुलित करने का प्रयास ही दिवस मनाने का अर्थ है । उन्होंने कहा कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस का थीम “इंड द प्लास्टिक पॉल्यूशन” रखा गया है । अर्थात हमें धीरे-धीरे प्लास्टिक को अपने जीवन से दूर रखने का प्रयास करना है और स्वच्छ एवं सुंदर पर्यावरण बनाना है । इसके लिए हममें से प्रत्येक व्यक्ति को अधिक से अधिक संख्या में वृक्षारोपण कर उनका देखभाल करना है क्योंकि पौधा हमारे शरीर को बनाने वाले पांच तत्वों को कंट्रोल करता है । प्रशिक्षु रेंजर सुश्री रेणुका कुरेटी ने कहा कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बन चुका है जिससे बाहर निकलना हम सब की महती जिम्मेदारी है और प्लास्टिक को धीरे-धीरे कम किया जा सकता है। पर्यावरण की सुरक्षा सिर्फ एक विभाग या समुदाय की जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर एक व्यक्ति की जिम्मेदारी है ।डिप्टी रेंजर प्रेमलाल लहरे ने कहा कि आज दुनिया के हर देश ने परमाणु बम बना रखा है जो प्रकृति के विनाश करने में लगा हुआ है । ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने आसपास के वातावरण को शुद्ध एवं स्वस्थ रखने के लिए वृक्षारोपण जरूर करें । अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सेवा केंद्र संचालिका बीके अखिलेश दीदी ने कहा कि शरीर को प्रकृति कहा गया है और यह संतुलन से चलता है । वर्तमान समय हम प्रकृति का कितना दोहन कर रहे हैं । बिना प्रकृति के जीवन शून्य है । प्रकृति की सुरक्षा हम घर से बाहर जाकर ही नहीं बल्कि अपने स्थान से मन की पवित्र एवं शक्तिशाली संकल्पों के द्वारा भी कर सकते है। सृष्टि के तीन घटक प्रकृति , पुरुष और परमात्मा हैं।जब तक इन तीनों में संबंध बहुत अच्छा है तब तक वातावरण बहुत अच्छा रहेगा और राज योगी के माध्यम से यह संबंध निश्चित रूप से बहुत अच्छा रखा जा सकता है अतः हम सबको राजयोग जरूर सीखना चाहिए । बी के डेविस भाई ने पर्यावरण पर आधारित सुमधुर गीत प्रस्तुत किया । कार्यक्रम का संचालन भ्राता बी के दुलार ने किया ।